फोर्टिस एस् कॉर्ट्स फरीदाबाद ने प्री-कैंसरस यूटरस कंडीशन से ग्रस् त 150 किलोग्राम वज़न की 67 वर्षीय महिला का सफल इलाज किया डॉक् टरों द्वारा समय पर सही उपचार से गर्भाशय में कैंसर पनपने से रोकने में मि ली सफलता
फरीदाबाद, अप्रैल, 2023: फोर्टिस एस् कॉर्ट्स हॉ स् पी टल, फरीदाबाद के डॉक् टरों ने मोटा पे (150
कि लो ग्राम वज़न) की शि कार 67 वर्षीय एक ऐसी महि ला का रेडि कल हि स् ट्रेक् टॅमी सर्जरी से सफल
इला ज कि या है जो एंडोमीट्रियल हा इपरप् लेसि या (जि समें गर्भाशय की अंदरूणी सतह काफी सख् त हो
जा ती हैं और यह प्री-कैंसरस कंडीशन हो ती है) से ग्रस् त थीं। डॉ नीति कौटिेश, डायरेक् टर एंड हैड,
डि पा र्टमेंट ऑफ ऑब् सटैट्रिक् स एंड गाइनीकोलॉ जी , फोर्टिस एस् कॉर्ट्स हॉ स् पी टल फरीदाबाद के नेतृत् व में
डॉक् टरों ने टी म ने करीब ढाई घंटे चली इस जटिल सर्जरी को सफलता पूर्वक पूरा कि या और सर्जरी के
10 दि नों के अंदर मरीज़ को अस् पता ल से छुट्टी भी दे दी गई।
मरीज़ को करीब 23 सा ल पहले मेनोपॉ ज़ (रजो नि वृत्ति ) हो चुका था। जब उन् हें अस् पता ल में भर्ती
कराया गया तो उन् हें योनि से काफी रक् तस्राव हो रहा था। पो स् ट-मेनोपॉ ज़ल ब् ली डिंग को देखते हुए
मरीज़ की कैंसर संबंधी जां च की गई। उनकी सी टी स् कैन रिपो र्ट में एंडोमीट्रियल हा इपरप् ला सि या के
लक्षण मि ले और उनकी बायप् सी रिपो र्ट में माइल् ड से मॉडरेट तक एंडोमीट्रियल हा इपरप् ला सि या
(एटिपि या कोशि काओं संग, जो कि कैंसर का संदेह पैदा करते हैं) की पुष्टि हुई। मेडि कल नि र्देशा नुसा र,
डॉक् टरों ने मरीज़ की रेडि कल हि स् ट्रक् टॅमी (लैपरोस् कोपी द्वारा) की जि समें उनके यूटरस (गर्भाशय),
सर्विक् स (गर्भाशय ग्रीवा) और कुछ लि गामेंट्स तथा इन अंगों के आसपा स के कुछ टिश् यूज़ को नि काला
गया।
इस मामले की जा नकारी देते हुए, डॉ नीति कौटिेश, डायरेक् टर एंड हैड, डि पा र्टमेंट ऑफ ऑब् सटैट्रिक् स
एंड गाइनीकोलॉ जी , फोर्टिस एस् कॉर्ट्स हॉ स् पी टल फरीदाबाद ने कहा , ''सर्जरी के दौरान, मरीज़ के पेट
की अंदरूणी दीवार में हर्निया के लक्षण दि खायी दि ए थे। उनका गर्भाशय भारी था और वह मूत्राशय के
सा थ चि पका हुआ था, और यही कारण था कि हमें काफी अधि क चीर-फाड़ करनी पड़ी। सर्जरी के दो
दि नों के बाद मरीज़ को वार्ड में शि फ्ट कि या गया और पां चवें दि न उनका कैथेटर हटा या गया। यह
प्रक्रि या उनकी उम्र और उनके मोटा पे के मद्देनज़र काफी जटिल थी। लेकि न यदि मरीज़ का समय पर
इला ज नहीं कि या जा ता , तो अत् यधि क रक् तस्राव की वजह से वे एनीमि या की शि कार बन सकती थीं।
पो स् ट-मेनोपॉ ज़ल ब् ली डिंग की वजह से प्री-कैंसरस या कैंसरस घाव बन सकते हैं जि सके लि ए सर्जरी के
सा थ-सा थ कीमोथेरेपी और रेडि योथेरेपी की भी जरूरत पड़ सकती है।''
डॉ अजय डोगरा, फैसि लि टी डायरेक् टर, फोर्टिस एस् कॉर्ट्स हॉ स् पी टल, फरीदाबाद ने कहा , ''मरीज़ की
उम्र और उनकी हा लत देखते हुए यह काफी चुनौती पूर्ण मामला था। लेकि न डॉ नीति कौटिश के नेतृत् व
में डॉक् टरों की टी म द्वारा समय पर सही उपचार मि लने से मरीज़ को स् वास् थ् यला भ मि ला है। फोर्टिस
एस् कॉर्ट्स फरीदाबाद में हमारे डॉक् टरों को ऐसे चुनौती पूर्ण मामलों से नि पटने की वि शेषज्ञता और
अनुभव हा सि ल है। अस् पता ल में सही डायॅग् नॉसि स और उपचार के लि ए जरूरी सभी तरह की मेडि कल
टैक् नोलॉ जी और सर्वश्रेष् ठ वि शेषज्ञता उपलब् ध है ता कि मरीज़ों को समय पर सही इला ज का ला भ मि ल
सके।''
फोर्टिस हैल् थकेयर लि मि टेड के बारे में
फोर्टिस हैल् थकेयर लि मि टेड, जो कि आईएचएच बेरहाड हैल् थकेयर कंपनी है, भारत में अग्रणी एकीकृत स् वास् थ् य
सेवा प्रदाता है। यह देश के सबसे बड़े स् वास् थ् यसेवा संगठनों में से एक है जि सके तहत् 27 हैल् थकेयर सुवि धाओं
समेत (इनमें वे परियोजनाएं भी शा मि ल हैं जि न पर फि लहाल काम चल रहा है), 4300 बि स् तरों की सुवि धा
तथा 400 से अधि क डायग् नॉस्टि क केंद्र (संयुक् त उपक्रम सहि त) हैं। भारत के अला वा, संयुक् त अरब अमी रात
(यूएई) तथा श्रीलंका में भी फोर्टिस के परिचालन है। कंपनी भारत में बीएसई लि मि टेड तथा नेशनल स् टॉ क एक्
सचेंज (एनएसई) पर सूचीबद्ध है। यह अपनी ग् लो बल पेरेंट कंपनी आईएचएच से प्रेरित है तथा मरीज़ों की वि श्
वस् तरीय देखभाल एवं क् ली नि कल उत् कृष् टता के उनके ऊंचे मा नकों से प्रेरणा लेती है। फोर्टिस के पास
~23,000 कर्मचारी (एसआरएल समेत) हैं जो दुनि या में सर्वाधि क भरोसेमंद हैल् थकेयर नेटवर्क के तौ र पर
कंपनी की सा ख बनाने में लगा ता र योगदान देते हैं। फोर्टिस के पास क् ली नि कल से लेकर क् वाटरनरी केयर
सुवि धाओं समेत अन् य कई एंसि लि यरी सेवाएं उपलब् ध हैं।