डॉ मनोज शर्मा, सीनि यर कंसलटेंट इंटरनल मेडि सीन, फोर्टिस अस्पताल, वसंतकुंज
1.मलेरि या कब होता है ?
मलेरि य मूल रूप से मच्छर के काटने से होता है। मच्छर काटते समय प्ला ज़मोडि यम संक्रमि त
पैरा साइट रक्त में डाल देता है। मलेरि या दो तरह के कारणों- प्ला ज़मोडि यम वि वेक्स या
प्ला ज़मोडि यम फालसि परम से होता है।
2.मलेरि या के लक्षण क्या हैं ?
मलेरि या से तेज बुखार होता है और ठि ठुरन होती है। अधि कांश मामलों में ठि ठुरन के बाद तेज बुखार
चढ़ता है। मलेरि या होने के कारण दि न में एक या दो बार ठि ठुरन के बाद बुखार होता है और पसीना
आने के बाद बुखार उतरने लगता है। इसके लक्षणों में सि र दर्द भी शा मि ल है। बुखार आने और उतरने
के बीच अवधि में मरी ज सामान्य रहता है। मलेरि या से बदन दर्द भी होता है।
3.क्या मलेरि या जा नलेवा बीमारी है, हां तो ऐसा क्यों ?
अगर इसका इला ज न करा या जा ए तो यह जा नलेवा साबि त हो सकता है। हमारे देश में मलेरि या का
उपचा र उपलब्ध है और सही चि कि त्सा से इसका आसानी से इला ज संभव है।
4.मलेरि या से कैसे बचें ?
मलेरि या और डेंगू मच्छरों के काटने से होता है लि हाजा हमें उन स्थानों से बचना चा हि ए जहां
मच्छर हो सकते हैं। पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने और मच्छर भगाने की क्रीम लगाने से इसके काटने
से बचा जा सकता है। मच्छर अक्सर सवेरे या देर शा म को अधि क काटते हैं। ऐसे में इन दोनों पहन
खास सावधा नी बरतें।
मलेरि या से बचा व के लि ए हमें मच् छरों के काटे जा ने से खुद को बचा ना चा हि ए। मच् छर आमतौर पर
सवेरे और देर शा म को ज् यादा सक्रि य होते हैं। इसलि ए अपने आपको बचा ने के लि ए पूरी बाजू को ढकने
वाले कपड़े पहनें, मॉस्क्वि टो रेपलेंट या मॉस्क्वि टो पैच का इस् तेमाल करना भी महत् वपूर्ण है। मच् छरों को
पनपने से बचा ने के लि ए, वॉटर टैंक में कुछ मात्रा में मि ट्टी का तेल मि ला एं जि ससे मच् छरों के ला र्वा न
पनपें लेकि न अगर कि सी इला के में मच् छरों का लगातार पनपना जा री रहे तो हमें उसे न अच् छी तरह से
साफ करना चा हि ए, पा नी का जमाव नहीं देना भी बहुत जरूरी है।
5.मलेरि या का इला ज क्या है ?
हम पि छले सवाल पर लौ टते हैं। हमें उन जगहों की सफाई करनी चा हि ए जहां मच्छर पैदा हो सकते
हैं। ऐसी जगहों पर मि ट्रटी का तेल या मच्छर मारने की दवाई डालते रहना चा हि ए ताकि मच्छर का
ला र्वा न पनप सके।
मलेरि या कि स प्रकार का है, इला ज उसके हि साब से होगा। अगर वि वैक्स या फालसि परम है तो
क्लो रो फेन का प्रति रो ध अधि क प्रभावी नहीं होगा। अगर वि वैक्स जटि ल है तो हमें अधि क ताकतवर
दवाई लेनी होगी।