मलेरि या के कम ज्ञात लक्षण
1. मायोकार्डियल इंजरी डि फ्यूज, गंभीर मलेरि या में मायोकार्डियल इंजरी हो सकती है, जि सके
परि णामस्वरूप रुग्णता और मौत के मामले ज् यादा होते हैं।
2. गंभीर अग्नाशयशो थ मलेरि या की एक दुर्लभ जटि लता है जि सके परि णामस्वरूप अग्न्याशय की
शि थि लता के कारण पेट में गंभीर दर्द और अपच हो सकता है।
3. अकलकुलस कोलेसि स्टि टि स मलेरि या के कारण पैदा होने वाली ऐसी जटि ल कंडीशन है जो काफी
दुर्लभ है। इसमें पेट में तेज दर्द होता है और बार-बार उल्टी होती है।
4. भ्रम की स्थि ति , प्रलाप और मति भ्रम, बीच-बीच में भूलने की बीमारी , मनोभ्रंश, व्यक्ति त्व की गड़बड़ी
और सि ज़ोफ्रेनि या के रूप में प्रकट होने वाली मानसि क समस् याएं मलेरि या में देखी गई हैं।
5. पो स्टमलेरि या न्यूरो लॉजि कल सिंड्रोम (पी एमएनएस) पी . फाल्सी पेरम मलेरि या के सफलता पूर्वक
इलाज के बाद कई दि नों से लेकर हफ्तों (आमतौ र पर 2 महीने के भीतर) बाद होने वाले भ्रम, मि र्गी के
दौरे या कि सी अन्य न्यूरो लॉजि कल या मनोरो ग संकेत की ती व्र शुरुआत है।
6. मलेरि या संक्रमण से जुड़े गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जी बीएस) को कमर के नीचे शरी र में गंभीर कमजो री
की शुरुआत के सा थ देखा गया है। पैरा सा इटि मि या के उन्मूलन के बाद इस स्थि ति में पूरी तरह सुधार
होता है।
7. मलेरि या के सा थ मस्कुलोस्केलेटल अभि व्यक्ति यों में मांसपेशि यों का ब्रेकडाउन शा मि ल है जि से
रबडोमाइसि स, मायोसि टि स और आवधि क पक्षाघात कहा जा ता है।
इनके अलावा, नि म् न समस् याएं भी हो सकती हैं –
सेरेब्रेल वेनस थ्रॉम् बॉसि स
मलेरि या से प्रभावि त लाल रक् तकणि काओं (रेड ब् लड सैल् स) में फॉस् फोलि पि ड में बदलाव के कारण वॉन
वि लीब्रैंड फैक् टर तथा अन् य कोग् यूलेशन फैक् टर्स बढ़ जा ते हैं। इसके अलावा, मलेरि या संक्रमि त रैड सैल् स
में एंडोथी लि यल क्षति के कारण भी टि श् यू फैक् टर तथा अन् य सा इटो काइन् स बनते हैं जि नकी वजह से
हाइपरकॉग् यूलेबल स्थि ति पैदा होती है।
हि मोलाइटि क यूरेमि क सिंड्रोम
एक मरी ज़ में मलेरि या की वजह से हि मोलाइटि क यूरेमि क सिंड्रोम के कारण गुर्दे के बेकार होने (री नल
फेलि यर) पर पेरी टो नि यल डायलसि स, डायुरेटि क् स तथा एंटी बायोटि क् स से इलाज कि या गया।
मलेरि यल टॉ क्सि न ( जैसे कि शि गा टॉ क्सि न) की वजह से एंडोथी लि यल कोशि काओं में बदलाव हो
सकता है जो बड़े पैमाने पर माइक्रोवास् क् युलेचर क्षति भी पहुंचा सकता है जि सके परि णामस् वरूप
एचसूएस (HUS) हो सकता है।
प्रायपि ज् ़म
इसका कारण वेन् यूल् स तथा कैवनर्स स् पेस में रक् त के अत् यधि क बहाव है जि सके परि णामस् वरू पुरुषों के
जननांगों में तेज दर्द होता है।
आलेख – डॉ. अनुरा ग अग्रवाल, कंसल् टेंट इंटर्नल मेडि सि न, फोर्टिस एस् कॉर्ट्स हॉस्पि टल, फरी दाबाद