23 वर्षीय युवक की आंत से 3 से.मी. आकार के कॉकरोच को निकालने के लिए फोर्टिस वसंत कुंज में हुई सफल सर्जरी जिंदा कॉकरोच निकालने के लिए डॉक्टरों ने एंडोस्कोपी की मदद से 10 मिनट में पूरी की सर्जरी
23 वर्षीय युवक की आंत से 3 से.मी. आकार के कॉकरोच को निकालने के लिए फोर्टिस वसंत कुंज में हुई सफल सर्जरी
जिंदा कॉकरोच निकालने के लिए डॉक्टरों ने एंडोस्कोपी की मदद से 10 मिनट में पूरी की सर्जरी
नई दिल्ली, 09 अक्टूबर, 2024: फोर्टिस हॉस्पीटल, वसंत कुंज में एक 23 वर्षीय युवक की आंत से जिंदा कॉकरोच को निकालने की सफल सर्जरी की गई, जो अन्यथा घातक साबित हो सकता है। युवक की आंत में 3 से.मी. साइज़ का कॉकरोच पाया गया था। डॉ शुभम वत्स, सीनियर कंसल्टेंट, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पीटल, वसंत कुंज ने मरीज की जांच के बाद एंडोस्कोपी की मदद से 10 मिनट में सर्जरी को पूरा कर इस कॉकरोच को निकाला।
मरीज को जब अस्पतााल में भर्ती किया गया था जो वह पिछले 2-3 दिनों से पेट में दर्द और अपच की शिकायत से जूझ रहे थे। डॉ शुभम वत्स, सीनियर कंसल्टेंट, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पीटल, वसंत कुंज के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने उनकी गैस्ट्रोइंटेस्टाइल (जीआई) एंडोस्कोपी की सलाह दी जिसमें ऊपरी जीआई ट्रैक्ट की जांच के बाद उनके पेट दर्द और अपच का कारण डॉक्टरों को समझ आया। जांच में मरीज की छोटी आंत में एक जिंदा कॉकरोच चिपका पाया गया था। डॉक्टरों ने एंडोस्कोपी कर इस जिंदा कॉकरोच को सफलतापूर्वक निकाला। इस प्रक्रिया के लिए एक एंडोस्कोपी की मदद ली गई थी – एक के जरिए हवा और पानी और दूसरे का इस्तेमाल सक्शन के लिए किया गया था। डॉक्टरों ने इस एंडोस्कोप के सक्शन बटन को चालू कर कॉकरोच को सक्शन चैनल में खींच निकाल और यहां से उसे मरीज के शरीर से बाहर निकालकर इस युवक की जान बचायी।
इस मामले की जानकारी देते हुए, डॉ शुभम वत्स ने कहा, “छोटी आंत में जिंदा कॉकरोच होना जीवनघाती हो सकता था, इसलिए हमने एंडोस्कोपी की मदद से तत्काल इस कॉकरोच को बाहर निकालने की सर्जरी की। डॉक्टरों का अनुमान है कि मरीज ने खाना खाते समय या फिर जब वह सो रहे थे, उस समय यह कॉकरोच उनके शरीर में घुसा होगा। यदि समय पर इस कॉकरोच को नहीं निकाला जाता तो संक्रमण की वजह से यह घातक हो सकता था।”